एफपीओ का मुख्य उद्देश्य महिला किसानों को उनके उत्पादों को एकत्रित करने, प्रसंस्करण करने और बेहतर मूल्य पर बेचने में सहायता करना है। इस पहल से महिला किसानों को स्थानीय बाजार से जोड़ने और कृषि क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने का मौका मिलेगा।
मानव संसाधन परामर्श कंपनी मर्सर के कुल पारिश्रमिक सर्वेक्षण (टीआरएस) के अनुसार, पिछले पांच वर्षों में कर्मचारियों के वेतन में लगातार वृद्धि हुई है। वेतन वृद्धि 2020 के आठ प्रतिशत से 2025 में बढ़कर 9.4 प्रतिशत होने का अनुमान है।
हर पहलू में, OnePlus 13, OnePlus 12 की तुलना में एक बड़ा अपग्रेड है, जो इसे विचार करने के लिए एक अच्छा Android फ़्लैगशिप बनाता है. हालांकि, अगर आपके पास पहले से ही OnePlus 12 सहित पिछली पीढ़ी का फ़्लैगशिप है, तो अपग्रेड इतना बड़ा नहीं लग सकता है.
शिलाजीत हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में हजारों फीट ऊंची चोटियों पर पाया जाता है. लद्दाख में मिलने वाले शिलाजीत को गोल्ड ग्रेड कहा जाता है. एक्सपर्ट के मुताबिक, शिलाजीत चट्टानों के बीच से निकलता है. क्योंकि चट्टानों के बीच कुछ ऐसे औषधीय पौधे उगते हैं, जो भयंकर गर्मी के कारण सूख जाते हैं.
बीएसई पर लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैपिटलाइजेशन 12 लाख करोड़ रुपये घट गया है. सभी प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में गिरावट देखने को मिली.
वर्ष 2024 में म्यूचुअल फंड योजनाओं का संचालन करने वाली परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनियों (एएमसी) ने 239 एनएफओ लाकर 1.18 लाख करोड़ रुपये जुटा लिए.
उच्च पूंजीगत व्यय के बावजूद, कर पूर्व आय मार्जिन व्यापक होने से अगले वित्त वर्ष (अप्रैल 2025-मार्च 2026) में रेटिंग प्राप्त भारतीय कंपनियों के कर्ज लेने से जुड़े मानदंडों में सुधार की उम्मीद है.
पिछले साल हुए कुल भूमि सौदों में से लगभग 2,000 एकड़ के सौदे देश के आठ प्रमुख बाजारों- दिल्ली-एनसीआर, बेंगलुरु, मुंबई, चेन्नई, पुणे, हैदराबाद, कोलकाता एवं अहमदाबाद में हुए.
जनवरी अभी खत्म भी नहीं हुआ है, और विदेशी निवेशकों ने दिसंबर में जितना पैसा इनवेस्ट किया था, उससे ज्यादा निकाल लिया है. इस निकासी के पीछे कई कारण हैं, जिनमें सबसे प्रमुख कारण डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर चिंता है. जनवरी में (10 जनवरी तक) विदेशी निवेशकों ने 22,194 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए हैं.
2025 की शुरुआत होते ही जॉब जाने का खतरा बढ़ गया है. यूएस की कई कंपनियां छंटनी करने पर विचार कर रही हैं, जिसमें Amazon और Microsoft जैसी प्रमुख कंपनियां शामिल हैं. इस नौकरी खत्म होने के पीछे सबसे बड़ा कारण AI को बताया जा रहा है.