
IndiGo की परिचालन समस्याओं और FDTL के नए नियमों के कारण 8 दिनों में InterGlobe Aviation का शेयर 17 फीसदी गिर गया. एयरलाइन को एक ही दिन में 1000 से ज्यादा फ्लाइटें रद्द करनी पड़ीं, जिससे यात्रियों और निवेशकों में चिंता बढ़ी. म्यूचुअल फंड्स की बड़ी हिस्सेदारी होने के बावजूद बाजार में बिकवाली तेज रही.

मिराए एसेट शेयरखान के जिंस प्रमुख प्रवीण सिंह ने कहा, ‘‘अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 10 दिसंबर को नीतिगत बैठक के पहले हाजिर सोना में बहुत ज़्यादा उतार-चढ़ाव देखा गया। यह लगभग 0.20 प्रतिशत की बढ़त के साथ 4,210 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रहा था।’’

सूत्रों के अनुसार, जहां सोमवार को कोलकाता हवाई अड्डे पर ‘इंडिगो’ की केवल दो उड़ानें रद्द हुईं, वहीं चेन्नई हवाई अड्डे पर आगमन और प्रस्थान मिलाकर रद्द उड़ानों की कुल संख्या 56 रही.

स्टीफन ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि आने वाले वर्ष में सोने की कीमत पांच प्रतिशत से 15 प्रतिशत तक बढ़ जाएगी, क्योंकि जिन कारणों ने इस साल कीमतों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है, उनके अगले वर्ष भी जारी रहने की संभावना है।’’

संकट के कारण घरेलू हवाई किराए में वृद्धि हुई। उदाहरण के लिए, दिल्ली-बेंगलुरु उड़ान के लिए सबसे सस्ता किराया 40,000 रुपये से ऊपर चला गया। सरकार ने छह दिसंबर को सभी एयरलाइन के लिए किराए की सीमा तय कर दी।

किदवई ने अपनी अपील में कहा कि परिचालन संबंधी बाधाओं के कारण इंडिगो की वर्तमान उड़ान बाधाओं, अप्रत्याशित मौसम और बढ़ती मांग के कारण विमानन क्षेत्र इस समय काफी दबाव का सामना कर रहा है।

जैन ने कहा कि रेपो दर में कटौती का सकारात्मक प्रभाव संबद्ध उद्योगों पर भी पड़ेगा, जिससे अधिक रोजगार सृजन में मदद मिलेगी।

मीशो लिमिटेड के आईपीओ को बुधवार को शेयर बिक्री के पहले दिन 2.35 गुना अभिदान मिला था.

इंडिगो ने नियामक को सूचित किया कि सुधारात्मक कार्रवाई जारी है और 10 फरवरी, 2026 तक पूरी तरह स्थिर उड़ान संचालन बहाल हो जाएगा जबकि अगले कुछ दिनों में और उड़ानें रद्द होने की आशंका है.

फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन के नए चरण में पायलट के आराम, ड्यूटी घंटे और नाइट लैंडिंग पर सख्त नियम लगाए गए. Indigo जैसी बड़ी एयरलाइन के लिए इतने बड़े पैमाने पर तुरंत शेड्यूल बदलना मुश्किल रहा. रात में चलने वाली उड़ानों की संख्या ज्यादा होने से पायलट कमी तेज हो गई. इसी वजह से कई बिजी रूट पर तुरंत क्रू नहीं मिल पाया और उड़ाने देर से चली या रद्द करनी पड़ी.