
मुख्यमंत्री श्रीमती गुप्ता ने उद्घाटन समारोह के उपरांत BIADA के पवेलियन का अवलोकन किया, जहां बिहार सरकार द्वारा प्रस्तुत टेक्सटाइल इनोवेशन, स्टार्टअप मॉडल्स एवं सस्टेनेबल एंटरप्रेन्योरशिप को अत्यंत सराहा. उन्होंने "Bihar की तो बात ही क्या है!" कहते हुए राज्य की प्रभावशाली उपस्थिति की प्रशंसा की.

मामले की जानकारी रखने वाले सूत्रों ने हालांकि बताया कि सुनवाई से पहले, माइक्रोसॉफ्ट ने नायरा के लिए ईमेल, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स और अन्य सेवाओं तक पूर्ण पहुंच बहाल कर दी. माइक्रोसॉफ्ट के एक प्रवक्ता ने भी नायरा की सेवाएं बहान करने की पुष्टि की.

सूची में शामिल अन्य भारतीय कंपनियां टाटा मोटर्स 283वें स्थान पर (2024 से 12 स्थान नीचे), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लि. (बीपीसीएल) 285वें स्थान पर (27 स्थान नीचे) और आईसीआईसीआई बैंक 464वें स्थान पर (अपरिवर्तित) हैं.

एनसीएलटी हैदराबाद पीठ ने सरस्वती पावर में वाई.एस. जगन मोहन रेड्डी की याचिका पर फैसला सुनाया है। उन्होंने अपनी बहन शर्मिला को कंपनी के शेयर उपहार में दिए थे, लेकिन शेयर हस्तांतरण की प्रक्रिया कानूनी रूप से पूरी नहीं हुई।

माइक्रोसॉफ्ट ने दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई से पहले नायरा एनर्जी की सेवाएं बहाल कर दी हैं। यूरोपीय संघ के रूस पर प्रतिबंधों के चलते माइक्रोसॉफ्ट ने सेवाएं रोकी थीं, जिस पर नायरा ने अदालत का रुख किया। अब ईमेल, टीम्स जैसी सेवाओं की पूर्ण पहुंच बहाल हो गई है।

सेबी ने फरवरी में एल्गोरिथम ट्रेडिंग में खुदरा निवेशकों की सुरक्षित भागीदारी पर एक परिपत्र जारी किया था. परिपत्र के प्रावधान एक अगस्त, 2025 से प्रभावी होने थे. शेयर ब्रोकर और आईएसएफ प्रतिभागियों ने सेबी से परिपत्र के प्रावधानों को लागू करने के लिए समयसीमा बढ़ाने का अनुरोध किया था.

एनएसई पर यह 0.72 प्रतिशत फिसलकर 3,057 रुपये पर आ गया. टीसीएस के शेयर में सोमवार को करीब दो प्रतिशत की गिरावट आई थी. दो कारोबारी सत्र में शेयर में 2.48 प्रतिशत की गिरावट आई है.

इसका उद्देश्य घाटे को कम करना, बिजली ग्रिड का आधुनिकीकरण करना और सरकारी खजाने पर राजकोषीय दबाव को कम करते हुए भरोसेमंद बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करना है।

रियल एस्टेट सलाहकार कंपनी कोलियर्स इंडिया ने इस रिपोर्ट में कहा कि यह आंकड़ा देश की शीर्ष 50 सूचीबद्ध रियल एस्टेट कंपनियों के वित्तीय विवरणों के विश्लेषण पर आधारित है।

वित्त मंत्रालय की मासिक समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘मुख्य (हेडलाइन) मुद्रास्फीति नरम बनी हुई है और कुल मिलाकर मुद्रास्फीति आरबीआई के चार प्रतिशत के औसत लक्ष्य से काफी नीचे है.