Budget 2025: 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. ऐसे में लोगों को बजट से कई तरह की उम्मीदें हैं. इस बीच CareEdge Ratings सर्वे में लोगों ने बताया कि बजट में सबसे ज्यादा किस पर फोकस रहने की उम्मीद है. CareEdge Ratings के सर्वे के अनुसार, जॉब क्रिएशन और फूड इन्फ्लेशन वित्त वर्ष 2026 में भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए प्रमुख चुनौतियां हैं. CareEdge Ratings ने अपने स्टेकहोल्डर्स, मुख्य रूप से सर्विस इंडस्ट्री (बीएफएसआई सहित) और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर से, आगामी केंद्रीय बजट की उम्मीदों को लेकर यह सर्वे किया. सर्वेक्षण में कुल 169 इंडस्ट्री के रिस्पॉन्डेंट ने भाग लिया.
CareEdge Ratings के सर्वे के अनुसार, 72.2 फीसदी से अधिक रिस्पॉन्डेंट ने जॉब क्रिएशन और कौशल विकास को आगामी बजट की प्रमुख प्राथमिकताओं में से एक बताया है. इसके बाद 62.7 फीसदी ने कंजम्पशन को बढ़ावा देने को प्राथमिकता दी, 61.5 फीसदी ने पूंजीगत व्यय बढ़ाने की वकालत की, 25.4 फीसदी ने एक्सपोर्ट-ओरिएंटेड सेक्टर को समर्थन देने का सुझाव दिया, और 24.9 फीसदी ने फिस्कल कंसोलिडेशन पर जोर दिया.
सर्वेक्षण में शामिल 52.7 फीसदी रिस्पॉन्डेंट का मानना है कि विकास संबंधी चिंताओं के बावजूद भारत का मीडियम-टर्म आर्थिक दृष्टिकोण आशावादी बना हुआ है. वहीं, 39.6 फीसदी तटस्थ हैं और 7.7 फीसदी का नजरिया नकारात्मक है. 53.9 फीसदी रिस्पॉन्डेंट को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 में भारत की रियल जीडीपी ग्रोथ 6 फीसदी से 6.5 फीसदी के बीच होगी.
18.9 फीसदी को 6.6 फीसदी से 7 फीसदी के बीच ग्रोथ की उम्मीद है, जबकि 17.2 फीसदी को उम्मीद है कि यह 6 फीसदी से कम रहेगी. वहीं, 10.1 फीसदी को उम्मीद है कि यह 7 फीसदी से अधिक होगी.
CareEdge Ratings सर्वे में शामिल 71 फीसदी लोगों को आगामी बजट में टैक्स रेट या टैक्स रिलिफ में बदलाव की उम्मीद है, जबकि 29 फीसदी को किसी बदलाव की संभावना नजर नहीं आती.
केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2025 में 17 फीसदी कैपेक्स का लक्ष्य रखा था, जिसका बजट 11.11 ट्रिलियन रुपये था. हालांकि, CareEdge Ratings के मुताबिक, केंद्र सरकार इस लक्ष्य को पूरा करने में चूक सकती है. सर्वे के अनुसार, 40.8 फीसदी रिस्पॉन्डेंट का मानना है कि वित्त वर्ष 2026 में पूंजीगत व्यय 5-10 फीसदी बढ़ेगा.
33.7 फीसदी को 11-15 फीसदी के बीच बढ़ोतरी की उम्मीद है, 15.4 फीसदी को 15 फीसदी से अधिक बढ़ोतरी की उम्मीद है, और 10.1फीसदी को 5 फीसदी से कम बढ़ोतरी की संभावना नजर आती है.
सर्वेक्षण के अनुसार, 76.9 फीसदी रिस्पॉन्डेंट को इंफ्रास्ट्रक्चर खर्च में बढ़ोतरी की उम्मीद है. वहीं, 34.3 फीसदी लोगों का मानना है कि सामाजिक कल्याण योजनाओं और 21.3 फीसदी का मानना है कि सब्सिडी में निवेश बढ़ेगा. वित्त वर्ष 2025 के बजट में राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.9 फीसदी तय किया गया था.
CareEdge सर्वे के अनुसार, 50.3 फीसदी रिस्पॉन्डेंट को उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2026 के लिए राजकोषीय घाटा जीडीपी का 4.5 फीसदी से अधिक होगा. वहीं, 28.4 फीसदी को 4.5 फीसदी और 21.3 फीसदी को 4.5 फीसदी से कम रहने की उम्मीद है.