Gold Price: सोने के दाम लगातार बढ़ रहे हैं. हाल ही में यह 78,450 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया था. त्योहारी सीजन में सोने की कीमत में और उछाल की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन आने वाले दिनों में सोना सस्ता हो सकता है. दिग्गज ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल की एक रिपोर्ट के मुताबिक सोने की कीमतों में 5 से 7 फीसदी की गिरावट आ सकती है. उन्होंने यह अनुमान पिछले ट्रेंड को देखते हुए लगाया है. उनके मुताबिक मगर सोने ने साल 2000 के बाद कभी भी 32% का सालाना रिटर्न नहीं दिया है. ऐसे में शादी-ब्याह के लिए सोना खरीदने वालों को राहत मिल सकती है.
एसेट मैनेजमेंट फर्म का कहना है कि सोने की कीमत में 5-7 फीसदी तक गिरावट आ सकती है. इसकी वजह आगामी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव, घरेलू ईटीएफ आयात, एसपीडीआर होल्डिंग्स और सीएफटीसी की स्थिति है. इन सभी रुझानों को देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि सोने की कीमतें कम होंगी. हालांकि शादियों के सीजन से इसमें दोबारा बढ़त देखने को मिल सकती है. ऐसे में त्योहारी सीजन में सोने की खरीदारी का अच्छा मौका है. बता दें साल 2024 के पहले नौ महीनों में सोने की कीमतों में उछाल अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याजा दरों में कटौती और मिडिल ईस्ट में चल रहे तनाव के चलते आया है.
सोमवार सुबह घरेलू वायदा बाजार में सोने की कीमत में गिरावट आई, इसकी वजह कमजोर वैश्विक संकेत और डॉलर में तेजी रही. 7 अक्टूबर को देश में सोने की कीमतें 77,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास थीं. 24 कैरेट सोने की कीमत जहां 77,660 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई, वहीं 22 कैरेट सोने की कीमत 71,190 रुपये प्रति 10 ग्राम दर्ज की गई.
ब्रोकरेज फर्म की रिपोर्ट के मुताबिक अनुकूल मॉनसून सीजन और अधिक फसल बुआई के कारण सोने की ग्रामीण मांग में सुधार के संकेत मिल रहे है. ग्रामीणों के हाथ में पैसा होने की वजह से वह त्योहारी सीजन के दौरान सोने की खरीद ज्यादा करेंगे. इसके अलावा केंद्रीय बजट में घोषित हाल ही में आयात शुल्क में कटौती और गोल्ड ईटीएफ के लिए लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स के बदलाव के बाद भारतीय गोल्ड ईटीएफ में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है.
मोतीलाल ओसवाल का अनुमान है कि अगले दो साल में सोने की कीमतों में उछाल देखने को मिलेगा, जिससे कीमतें बढ़कर 86,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच जाएंगी. तेजी की वजह मजबूत मांग का होना है. इसके अलावा केंद्रीय बैंकों की खरीद, घरेलू त्योहारी और शादी सीजन से भी मांग में इजाफा होगा.