केंद्रीय बजट 2025 को पेश होने में मात्र कुछ ही दिन बाकी हैं. बजट कैसा होगा, इसको लेकर अनुमानों का बाजार गर्म है. सभी सेक्टर के एक्सपर्ट अपनी-अपनी संभावनाएं जता रहे हैं. ऐसी ही एक संभावना सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाने को लेकर जताई जा रही है. अगर ऐसा होता है, तो एक्सपर्ट का मानना है कि सोने की कीमतों में उछाल आ सकती है. और यदि ऐसा होता है, तो इस समय सोने की कीमतों में गिरावट आने पर इसे खरीदना एक अच्छा निवेश हो सकता है.
पिछले बजट में सरकार ने महंगाई को नियंत्रित करने और सोने की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए कस्टम ड्यूटी में कमी की थी. सरकार ने सोने और चांदी की छड़ो (Bars) पर कस्टम ड्यूटी को 15% से घटाकर 6% कर दिया था. इस फैसले के बाद भारत में सोने का आयात बढ़ा, लेकिन रत्न और आभूषण के इंपोर्ट में 23% की गिरावट आई, जो $1.99 बिलियन पर आ गया था.
2025 के बजट में एक्सपर्ट्स का मानना है कि सरकार सोने पर कस्टम ड्यूटी बढ़ा सकती है, ताकि बढ़ते आयात को नियंत्रित किया जा सके. मिंट के रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने 2024 के पहले 11 महीनों में सोने के आयात पर $47 बिलियन खर्च किए, जो 2023 के मुकाबले काफी अधिक है. कस्टम ड्यूटी बढ़ने से सोने की कीमतों में इजाफा हो सकता है, जिससे निवेशकों को फायदा हो सकता है.
सोने की कीमतों पर केवल घरेलू कस्टम ड्यूटी का ही असर नहीं होता, बल्कि वैश्विक अनिश्चितता भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. जहां एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल के दौरान नीति परिवर्तनों से सोने की मांग बढ़ सकती है, तो वहीं अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक और महंगाई के आंकड़े भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं.
भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है, खासकर ज्वेलरी के रूप में. शादी, त्योहार और अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर सोने की खपत बढ़ जाती है. इसके अलावा, लोग सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में भी देखते हैं, जिससे इसकी मांग और अधिक बढ़ जाती है. हालांकि, भारत अपनी अधिकांश सोने की मांग को आयात से पूरा करता है.
सोने के भाव में 20 जनवरी को गिरावट आई है. दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 81,250 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया है, जबकि मुंबई में 24 कैरेट सोने का रेट 81,100 रुपये प्रति 10 ग्राम है. पिछले एक सप्ताह में 24 कैरेट सोना 1,460 रुपये और 22 कैरेट सोना 1,350 रुपये महंगा हुआ है.