अगर आप लंबे समय तक म्यूचुअल फंड में अपना निवेश बनाए रहते हैं तो आपको यह दूसरे एसेट्स की तुलना में कई गुना रिटर्न दे सकता है. उदाहरण के तौर पर देश के सबसे बड़े मल्टी एसेट अलोकेशन फंडों में से एक आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड में 22 साल पहले किया गया 10 लाख रुपये का निवेश आज 7.26 करोड़ रुपये हो गया है. वैल्यू रिसर्च आंकड़ों के मुताबिक, इसी अवधि में इसके बेंचमार्क यानी निफ्टी 200 टीआरआई में निवेशित समान राशि केवल 3.36 करोड़ रुपये हुई है.
वैल्यू रिसर्च के आंकड़ों के मुताबिक, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी एयूएम 59,495 करोड़ रुपये रहा है. यानी इंडस्ट्री में कुल मल्टी एसेट एलोकेशन के एयूएम का करीब 48 फीसदी हिस्सा इसी फंड हाउस के पास है. इसका मतलब यह है कि निवेशकों ने इस स्कीम पर जमकर भरोसा किया है.
आंकड़े बताते हैं कि 31 अक्तूबर, 2002 को आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड में किया गया 10 लाख रुपये का निवेश इस साल 30 सितंबर तक सालाना 21.58 फीसदी चक्रवृद्धि की दर से रिटर्न दिया है. बेंचमार्क निफ्टी 200 टीआरआई में यही निवेश का रिटर्न केवल 17.39 फीसदी रहा है.
जहां तक एसआईपी के जरिये निवेश की बात है तो इस फंड में मासिक 10,000 रुपये का निवेश 22 साल में 2.9 करोड़ रुपये हो गया है. जबकि वास्तविक निवेश केवल 26.4 लाख रुपये रहा है. यानी सीएजीआर 18.37 फीसदी की दर से रिटर्न मिला है. स्कीम के बेंचमार्क में यही निवेश सालाना 14.68 फीसदी की दर से रिटर्न दिया है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एएमसी के एमडी और सीईओ निमेश शाह ने कहा कि हमारे फंड के वेल्थ एक्युमुलेशन की जर्नी विभिन्न एसेट क्लास में अनुशासित एसेट अलोकेशन की ताकत का एक मजबूत प्रमाण है. इस नजरिये ने हमारे निवेशकों को लंबी अवधि में लाभकारी निवेश परिणामों से लाभान्वित किया है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड में, हम एक समर्पित टीम की विशेषज्ञता पर भरोसा करते हैं जिसमें इक्विटी, डेट और कमोडिटी के फंड मैनेजर शामिल हैं.
फंड हाउस के मुख्य निवेश अधिकारी एस नरेन कहते पिछले एक दशक और उसके बाद, विभिन्न एसेट क्लास के प्रदर्शन ने दिखाया है कि शीर्ष प्रदर्शन करने वाला स्टॉक अक्सर साल-दर-साल बदलता रहता है. इस गतिशील माहौल में, अपने निवेश को विभिन्न एसेट क्लास में फैलाना अनूठे अवसरों को भुनाने का एक प्रभावी तरीका है. यह विविध दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करने में मदद करता है कि बाजार की स्थितियों की परवाह किए बिना पोर्टफोलियो प्रत्येक एसेट क्लास के संभावित लाभ से लाभान्वित हो सकता है.
इस रणनीति को अपनाकर, निवेशक बाजार चक्रों में अधिक अनुकूल जोखिम-समायोजित रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं. इसके अलावा, कई परिसंपत्ति वर्गों में पोर्टफोलियो में विविधता लाना भी अस्थिरता के प्रबंधन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे व्यक्तिगत बाजारों में होने वाले उतार-चढ़ाव को सुचारू करने में मदद मिलती है.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी-एसेट फंड इक्विटी, डेट और एक्सचेंज ट्रेडेड कमोडिटी डेरिवेटिव्स/गोल्ड ईटीएफ की यूनिट्स/सिल्वर ईटीएफ यूनिट्स रीट और इनविट्स में निवेश करकता है. यह अपनी संपत्ति का कम से कम 10% तीन या अधिक एसेट क्लास में निवेश करता है.