टेक्सटाइल सेक्टर में आएगा बूम, साल 2030 से पहले 9 लाख करोड़ रुपये का होगा सलाना निर्यात: PM मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत टेक्स’ एक बड़ा वैश्विक आयोजन बन रहा है, जिसमें 120 से अधिक देश भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत उच्च गुणवत्ता वाले कार्बन फाइबर के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री ने बैंकिंग क्षेत्र से टेक्सटाइल सेक्टर को सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया, क्योंकि एक इकाई को केवल 75 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होती है और 2,000 लोगों को रोजगार मिलता है.
Annual textile exports: टेक्सटाइल सेक्टर में भारत को अपार सफलता मिलने की उम्मीद है. आने वाले कुछ वर्षों में टेक्सटाइल निर्यात में बंपर ग्रोथ होगी. इसकी पुष्टि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की है. पीएम मोदी ने रविवार को कहा कि उन्हें उम्मीद है कि टेक्सटाइल सेक्टर साल 2030 की डेडलाइन से पहले ही 9 लाख करोड़ रुपये के सलाना निर्यात टारगेट को हासिल कर लेगा. इससे बड़े स्तर पर रोजगार भी पैदा होगा.
पीएम मोदी ने कहा कि समय सीमा से पहले टारगेट हासिल करने की उम्मीद हमारे लिए ज्यादा महत्वपूर्ण है, क्योंकि आम बजट 2025-26 में कपास की प्रोडक्टिविटी बढ़ाने के लिए पांच वर्षीय कपास मिशन की घोषणा की गई है. इस मिशन के तहत 500 करोड़ रुपये आवंटित किए गए है.
Bharat Tex 2025 में पीएम मोदी. Image Source: PTI
पीएम मोदी ने ‘भारत टेक्स 2025’ में कहा कि हम वर्तमान में दुनिया में टेक्सटाइल और परिधान के छठे सबसे बड़े निर्यातक हैं. परिधान निर्यात लगभग तीन लाख करोड़ रुपये का है. लेकिन हमारा लक्ष्य इस आंकड़े को तीन गुना करते हुए 9 लाख करोड़ रुपये करने का है. उन्होंने कहा कि इस सफलता का श्रेय पिछले दशक में की गई कड़ी मेहनत और लगातार लागू की गई नीतियों को जाता है, जिनके कारण टेक्सटाइल सेक्टर में विदेशी निवेश दोगुना हो गया है.
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जिस तरह से काम हो रहा है, मुझे लगता है कि हम 2030 की समय सीमा से पहले ही यह लक्ष्य हासिल कर लेंगे. उन्होंने कहा कि यह सेक्टर प्रमुख रोजगार सृजनकर्ता है तथा मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में इसका योगदान 11 प्रतिशत है. पीएम ने कहा कि केंद्रीय बजट में 2025-26 के लिए कपड़ा मंत्रालय के मद में 5,272 करोड़ रुपये (बजट अनुमान में) के खर्च का प्रावधान किया गया है. यह वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 4,417.03 करोड़ रुपये के बजट अनुमान से 19 प्रतिशत अधिक है.
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2,000 लोगों को रोजगार मिलता है
पीएम मोदी ने कहा कि ‘भारत टेक्स’ एक बड़ा वैश्विक आयोजन बन रहा है, जिसमें 120 से अधिक देश भाग ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत उच्च गुणवत्ता वाले कार्बन फाइबर के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ रहा है. प्रधानमंत्री ने बैंकिंग क्षेत्र से टेक्सटाइल सेक्टर को सहायता प्रदान करने का भी आग्रह किया, क्योंकि एक इकाई को केवल 75 करोड़ रुपये के निवेश की आवश्यकता होती है और 2,000 लोगों को रोजगार मिलता है.
निर्यात में 7 फीसदी की ग्रोथ
उन्होंने कहा कि भारत के टेक्सटाइल और परिधान निर्यात में पिछले वर्ष सात प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश टेक्सटाइल सेक्टर के लिए कुशल प्रतिभाओं का एक समूह तैयार करने पर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमारा ध्यान तकनीकी टेक्सटाइल सेक्टर पर है. भारत इस सेक्टर में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है. प्रधानमंत्री ने टेक्सटाइल सेक्टर के लिए अपने ‘5एफ दृष्टिकोण’ को रेखांकित किया, जिसमें ‘खेत (फार्म) से फाइबर; फाइबर से फैक्ट्री; फैक्ट्री से फैशन; फैशन से विदेशी (फॉरेन)’ शामिल हैं.
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पीएम मोदी की IIT से अपील
उन्होंने कहा कि यह दृष्टिकोण किसानों, बुनकरों, डिजायनरों और व्यापारियों के लिए नए अवसर पैदा कर रहा है. मोदी ने टेक्सटाइल इंडस्ट्री से नए उपकरण विकसित करने के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ सहयोग करने का भी आह्वान किया.