आजकल 10 मिनट में सामान डिलीवर करने का दौर है. एक क्लिक करें, और सामान 10 मिनट में आपके सामने. कंपनियां भी अपना पूरा ध्यान इसी ओर लगा रही हैं और इस सुविधा को और बेहतर बनाने की कोशिश कर रही हैं.टाटा के स्वामित्व वाली कंपनी बिगबास्केट का पूरा ध्यान अब इसी पर है.
बिगबास्केट ने अपने प्लेटफॉर्म पर 10 मिनट में डिलीवरी का डिफॉल्ट विकल्प बना दिया है. कंपनी ने अपनी सुपर सर्वर (स्लॉटेड डिलीवरी) और बीबी नाऊ (क्विक कॉमर्स) सेवाओं को एक एकल इंटरफेस में विलय कर दिया है, जिससे ग्राहकों को बिना किसी बाधा के बेहतर खरीदारी का अनुभव मिल सके.
बिगबास्केट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और सह-संस्थापक हरि मेनन ने कहा, “हम स्लॉटेड डिलीवरी को खत्म नहीं कर रहे हैं, बल्कि क्विक कॉमर्स को डिफॉल्ट विकल्प बना रहे हैं. यह बदलाव फास्ट डिलीवरी और ग्राहकों की सुविधा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है.”
यह बदलाव क्विक कॉमर्स और पारंपरिक ई-कॉमर्स के बीच चल रहे बाजार हिस्सेदारी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इस फैसले के साथ ही बिगबास्केट अब अपने 30,000 से ज्यादा स्टॉक कीपिंग यूनिट्स (SKU) को क्विक-कॉमर्स सेगमेंट में ले आया है, जो ब्लिंकिट के 25,000 SKU और जेप्टो के 10,000 SKU से कहीं ज्यादा है.
इसके साथ ही बिगबास्केट अपने डार्क स्टोर्स को भी बढ़ा रहा है. मेनन ने कहा, “हम अपने डार्क स्टोर्स की मौजूदगी भी बढ़ा रहे हैं. पहले चरण में मौजूदा 400 स्टोर्स की संख्या को बढ़ाकर 600-700 किया जाएगा. हम आगे चलकर इसमें और इजाफा करेंगे.”
मेनन ने बताया कि बिगबास्केट कई कैटेगरी में विस्तार कर रहा है. सामान्य कैटेगरी के अलावा खिलौने, स्टेशनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स और दवाइयाँ जैसी कई चीजें शामिल हैं. उनसे जब पूछा गया कि क्या क्विक कॉमर्स में विस्तार का कारण ब्लिंकिट, इंस्टामार्ट, जेप्टो और फ्लिपकार्ट जैसी कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है, तो उन्होंने इससे असहमति जताई.
उन्होंने कहा, “क्विक कॉमर्स एक सेगमेंट के रूप में बढ़ रहा है और यह सिर्फ किराने के सामान तक ही सीमित नहीं है. हमारी नजर इसी पर है. हमारे पास भी ऐसे ग्राहक हैं जो स्लॉट डिलीवरी पसंद करते हैं और वे उसी को चुनते हैं. यह हमारे ग्राहकों के लिए एक सुविधाजनक तरीका है, जिसे हम जाने देना नहीं चाहते हैं.”