मोदी सरकार का बिहार और आंध्र को बड़ी सौगात, दो बड़े रेल प्रोजेक्ट को दी मंजूरी, आसान होगा अब हर सफर

इस प्रोजेक्ट के तहत बिहार के रूट पर कुल 256 किलोमीटर लंबी रेल लाईन का दोहरीकरण होगा. नरकटियागंज-रक्सौल-सीतमाढ़ी-दरभंगा-मुजफ्फरपुर रेल लाईन को डबल करने का फैसला लिया गया है.

इन रूट्स पर चलेंगी ट्रेन

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार के कैबिनेट ने गुरुवार को कई बड़े फैसले लिए. ऐसे में सरकार ने दिवाली से पहले बिहार और आंध्र प्रदेश को बड़े तोहफे दिए हैं.सरकार ने दोनों राज्यों में 6798 करोड़ रुपए के दो बड़े रेल प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी है.

किन परियोजनाओं को मिली मंजूरी?

इस प्रोजेक्ट के तहत बिहार के रूट पर कुल 256 किलोमीटर लंबी रेल लाईन का दोहरीकरण होगा. नरकटियागंज-रक्सौल-सीतमाढ़ी-दरभंगा-मुजफ्फरपुर रेल लाईन को डबल करने का फैसला लिया गया है. वहीं आंध्रप्रदेश की राजधानी अमरावती-एरूपलेम और नामबुरू के बीच रेल लाईन बिछाने का फैसले पर मुहर लगाई गई है. आंध्र प्रदेश में इस रूट पर 57 किलोमीटर की रेल लाईन बिछाई जाएगी.

पहली परियोजना से नेपाल, उत्तर-पूर्व और सीमावर्ती क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी. इससे यात्री गाड़ियों और माल ढुलाई दोनों में सुधार होगा, जिससे इस क्षेत्र का आर्थिक विकास संभव होगा. दूसरी परियोजना जो एर्रुपालेम-नंबुरु के बीच है वह आंध्र प्रदेश की प्रस्तावित राजधानी अमरावती को सीधे रेलवे से जोड़ेगी. यह परियोजना विजयवाड़ा, गुंटूर और खम्मम जिलों को कवर करेगी जिससे उद्योगों और स्थानीय लोगों को यात्रा में सहूलियत मिलेगी.

रोजगार और पर्यावरण पर असर

इन परियोजनाओं लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी, जिससे देश का तेल आयात घटेगा और कार्बन उत्सर्जन में 168 करोड़ किग्रा की कमी होगी जो 7 करोड़ पेड़ लगाने के बराबर है. दोनों रेलवे प्रोजेक्ट चार साल के भीतर पूरे किए जाएंगे. नॉर्थ बिहार के रेल प्रोजेक्ट में लगभग 40 पुल बनाए जाने हैं. कैबिनेट के साझा जानकारी के मुताबिक ये प्रोजेक्ट मल्टी मोडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम गति शक्ति नेशनल मास्टर प्लान का हिस्सा है.

सरकार ने बताया कि इन परियोजनाओं से 31 मिलियन टन अतिरिक्त माल यातायात संभव होगा, जिससे कृषि उत्पाद, उर्वरक, कोयला और अन्य वस्तुओं का परिवहन सुगम होगा.

Published: October 24, 2024, 18:04 IST
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