एलन मस्क की कंपनी SpaceX के Starlink ने एक नई सैटेलाइट कम्युनिकेशन सर्विस की शुरुआत की है. नई सर्विस का नाम डायरेक्ट-टू-सेल है. इसकी मदद से यूजर अपने डिवाइस को डायरेक्ट स्टारलिंक के सैटेलाइट के साथ कनेक्ट कर सकते हैं. इसके बाद संभव है कि ट्रेडिशनल मोबाइल टावर की जरूरत खत्म हो जाए और उन जगहों पर भी इंटरनेट से लेकर कॉल कनेक्टिविटी की सुविधा मिले जहां अभी तक टावर की पहुंच नहीं है.
एलन मस्क ने की पुष्टि
इस लॉन्चिंग के साथ स्टारलिंक की टीम ने ये भी बताया कि डायरेक्ट-टू-सेल सर्विस के साथ कई टेलिकॉम कंपनियों के साथ साझेदारी की हुई है. इसकी पुष्टि मस्क ने खुद एक ट्वीट को रीपोस्ट करते हुए किया है. पिछले कुछ महीनों से स्टारलिंक अपने नेटवर्क को लगातार बढ़ा रही है. TweakTown की एक रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर्स अब 250-350Mbps की स्पीड पर इंटरनेट सर्विस का इस्तेमाल कर सकते हैं.
क्या है स्टारलिंक की डायरेक्ट टू सेल सर्विस?
स्टारलिंक की ये नई सर्विस कनेक्टिविटी को बेहतर करने का नया मुकाम है. इसकी मदद से यूजर अपने स्मार्टफोन को डायरेक्ट सैटेलाइट से जोड़ सकते हैं. इसकी शुरुआत होने के बाद संभव है कि टावर की जरूरत नहीं पड़ेगी. डायरेक्ट-टू-सेल की शुरुआत होने के बाद इंटरनेट से लेकर कॉल की सर्विस उन इलाकों भी शुरू हो जाएगी जहां पर अब तक कनेक्शन का अभाव था. इस सर्विस की शुरुआत 2025 तक होने की उम्मीद है.
इमरजेंसी में मददगार होगी ये टेक्नोलॉजी
मोबाइल नेटवर्क के कवरेज को बढ़ाने के अलावा डायरेक्ट-टू-सेल सर्विस इमरजेंसी मौकों पर भी काफी मददगार साबित हो सकती है. बाढ़, भूकंप, बारिश, तूफान जैसी आपदा आने पर मोबाइल टावर गिरने या वायरिंग खराब होने जैसी समस्या आमतौर पर आती हैं. लेकिन आपदा की स्थिति में सैटेलाइट नेटवर्क आपका साथ नहीं छोड़ेगा.खराब कनेक्टिविटी वाली जगहों पर भी इमरजेंसी सपोर्ट मिलती रहेगी.
Published: November 26, 2024, 20:11 IST
Download Money9 App for the latest updates on Personal Finance.