फोर्ड मोटर्स भारत में वापसी करने वाली है. इसकी पुष्टि करते हुए कंपनी ने आज यानी 13 सितंबर को लेटर ऑफ इंटेंट (एलओआई) तमिलनाडु सरकार को सौंप दी है. एलओआई में कंपनी ने यह भी बताया है कि वह चेन्नई प्लांट का इस्तेमाल उत्पादन और निर्यात के लिए कैसे करेगी.
फोर्ड मोटर के इंटरनेशनल मार्केट ग्रुप की प्रेसिडेंट के हार्ट ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में कहा, “यह निर्णय तमिलनाडु सरकार के साथ कई बैठकों के बाद लिया गया है. उनमें से एक पिछले सप्ताह तमिलनाडु सरकार के मुख्यमंत्री के साथ मेरी एक बैठक भी शामिल है, जो उन्होंने अमेरिका की यात्रा के दौरान की थी. हमने प्लांट के लिए कई विकल्पों को तलाशा था जिसके लिए हम उनके लगातार मिल रहे समर्थन की सराहना करते हैं.”
हार्ट ने आगे कहा कि इस कदम से वह कंपनी की भारत के प्रति कमिटमेंट को भी रेखांकित करना चाहती है. नए प्लांट के जरिये कंपनी तमिलनाडु में मौजूद एक्सपर्ट की मदद से ग्लोबल मार्केट तक अपनी पहुंच बना सकती है. उन्होंने आगे कहा, “मुझे पता है कि लोग कंपनी के उत्पाद और वहां से होने वाले निर्यात के बाजार की जानकारी चाहते हैं. कुछ ही समय में यह जानकारियां साझा कर दी जाएंगी.” हार्ट ने चेन्नई में अपने बढ़ते कर्मचारियों को और बढ़ाने के फैसले पर भी बात की. उन्होंने कहा कि चेन्नई में स्थित ग्लोबल फोर्ड बिजनेस सॉल्यूशंस टीम 12,000 से अधिक है. इसके साथ ही कंपनी अगले कुछ वर्षों में 2,500 से 3,000 सदस्यों को टीम में जोड़ने की योजना बना रही है.
आपको बता दें कि फोर्ड ने 2021 के सितंबर महीने में भारत से अपने ऑपरेशन को बंद कर दिया था. कंपनी ने गुजरात के साणंद में स्थित अपनी फैक्ट्री को टाटा मोटर्स को बेच भी दिया था. फोर्ड, चेन्नई में स्थित अपनी फैक्ट्री को भी बेचने पर विचार कर रही थी जिसके लिए वह कई दूसरी कार निर्माता वाली कंपनियों से बातचीत में भी थी लेकिन बाद में फोर्ड ने अपना फैसला बदल लिया.