News9 Global Summit: अंग्रेजी जानने वालों को जर्मनी में मिल सकती हैं ये नौकरियां, सरकार भी करेगी मदद

Fintiba टेक कंपनी के एमडी Jonas Marggraf ने कहा कि अगर आप अंग्रेजी भाषा बेहतर जानते हैं तब आपको यहां कई सेक्टर में व्हाइट कॉलर और ब्लू कॉलर वाली जॉब आसानी से मिल सकती है.

जर्मनी में नौकरियां

जर्मनी के स्टटगार्ट में News9 Global Summit के दूसरे दिन ‘Bridging the Skill Gap Crafting a Win Win’ सेशन में भारत की भूमिका और क्षमताओं पर बात की गई. सेशन में Baden Wurttemberg राज्य के मंत्री Dr. Florian Stegmann, Fintiba टेक कंपनी के एमडी Jonas Marggraf, Quess Corp के फाउंडर Ajit Isaac, Barmer इंश्योरेंस के बोर्ड मेंबर Siegmar Nesch और PeopleStrong के को-फाउंडर सीईओ Pankaj Bansal ने भारत और जर्मनी में स्किल्‍ड वर्कर्स की जरूरत और उनके तैयार होने की प्रक्रिया पर चर्चा की है.

अर्थव्यवस्था में निवेश के लिए भारत में काफी क्षमता है

News9 ग्लोबल समिट में Dr. Florian Stegmann ने अपनी बात रखी. Stegmann ने कहा कि भारत केवल दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र या जनसंख्या वाला देश ही नहीं है बल्कि उसमें अर्थव्यवस्था के मामले में काफी क्षमता है. Stegmann ने आगे कहा कि भारत के पास इकोनॉमिक कोलैबरेशन में निवेश करने के लिए काफी ज्यादा क्षमता है. सॉफ्टवेयर रीडेवलपमेंट के मामले में भारत ग्लोबल लीडर है. हमारी कंपनी भारत के साथ अच्छी साझेदारी कर पा रही है क्योंकि हम भी टेक को लेकर काफी सक्रिय रहते हैं. स्किल डेवलपमेंट और शिक्षा के क्षेत्र में भारत ने काफी ध्यान दिया है. ये सारी खूबियां Baden Wurttemberg के साथ मैच करती है.

जर्मन लोग होते हैं काफी फैमिलियर

Jonas ने सेशन में दौरान कहा कि जर्मनी में काम करने आने वालों को हमारी सरकार बेहतर फायदा देगी. इसके अलावा जर्मन काफी फैमिलियर हैं और अगर आप अंग्रेजी भाषा बेहतर जानते हैं तब आपको यहां कई सेक्टर में व्हाइट कॉलर और ब्लू कॉलर वाली जॉब आसानी से मिल सकती है.

पिछले 10 साल में काफी बदला भारत

Quess Corp कंपनी, वर्कफोर्स मैनेजमेंट, ऑपरेशन और टेक्नोलॉजी सॉल्यूशंस सेक्टर में काम करती है. ग्लोबल समिट के दौरान Quess Corp के फाउंडर Ajit Isaac ने बताया कि भारत से हर साल हजारों की संख्या में डॉक्टर और नर्स विदेशों में प्रैक्टिस करने के लिए आते हैं. इसके अलावा Isaac ने भारत को लेकर ये भी कहा कि पिछले 10 साल में वहां काफी बदलाव आया है.

यूपीआई है कुछ अलग

News9 ग्लोबल समिट के दौरान PeopleStrong के सीईओ Pankaj Bansal ने कहा कि दुनिया में वर्क फोर्स की संख्या काफी अधिक है हालांकि लोगों को स्किल फोर्स चाहिए. बंसल ने उदाहरण के साथ समझाते हुए बताया कि दुनिया में पेमेंट के कई विकल्प मौजूद हैं लेकिन यूपीआई कुछ अलग है.

“भारत युवाओं का देश है, हम उन्हें सुविधा प्रदान करेंगे”

Barmer इंश्योरेंस के बोर्ड मेंबर Siegmar Nesch ने बताया कि वह जर्मनी की सबसे बड़ी  इंश्योरेंस कंपनी है. उन्होंने कहा, हम लोगों को हेल्थ के जरिये जोड़ते हैं. इंश्योरेंस सेक्टर जर्मनी में आने वाले लोगों के परिवार को सुरक्षा प्रदान करती है. भारत एक युवा देश है, वहां के लोग अगर जर्मनी आते हैं तो उन्हें तमाम सुविधाओं का लाभ मिलेगा.
Published: November 22, 2024, 19:02 IST
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