आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड ने आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी मिनिमम वैरिएंस फंड का एनएफओ लॉन्च किया है. यह न्यूनतम अस्थिरता थीम का पालन करने वाली एक ओपन एंडेड इक्विटी स्कीम है. इसका उद्देश्य स्कीम के बेंचमार्क निफ्टी 50 टीआरआई की तुलना में पोर्टफोलियो की अस्थिरता को कम करते हुए इक्विटी और इक्विटी से संबंधित साधनों में निवेश कर लंबे समय में पूंजी में ग्रोथ हासिल करना है.
यह नई स्कीम निवेश के लिए एक नया नजरिया पेश करती है, जिसमें एसेट का चयन और पोर्टफोलियो निर्माण के लिए कम अस्थिरता रणनीति का उपयोग किया जाता है. यह एनएफओ 18 नवंबर से खुला है और 2 दिसंबर को बंद होगा.
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट के कार्यकारी निदेशक और मुख्य निवेश अधिकारी एस नरेन ने कहा कि शेयर बाजारों के उच्च मूल्यांकन के बीच कम अस्थिरता वाले शेयरों को प्राथमिकता देकर इस योजना की शुरुआत हमारे डिफेंसिव अप्रोच को दर्शाती है. यह भारत के अनुकूल संरचनात्मक और मैक्रोइकॉनॉमिक दृष्टिकोण का लाभ उठाने की दिशा में भी काम करती है.
ICICI प्रूडेंशियल मिनिमम वेरिएंस फंड की निवेश रणनीति बड़े कैपिटलाइज़ेशन वाली कंपनियों (लार्ज-कैप स्टॉक्स) पर केंद्रित है, जिसमें कम अस्थिरता वाले स्टॉक्स को अधिक वेटेज दिया जाता है. यह गहन विश्लेषण, वेट मैनेजमेंट और दृष्टिकोण-आधारित निवेश का उपयोग करके एक डायवर्सिफायड पोर्टफोलियो तैयार करता है जो अस्थिरता को कम करने पर ध्यान केंद्रित करता है.
यह स्कीम उन निवेशकों के लिए बेहतर है जो लंबे समय में पूंजी में अच्छी वृद्धि चाहते हैं. जो इक्विटी में निवेश करना चाहते हैं लेकिन बाजार की अस्थिरता को लेकर चिंतित हैं. जो अच्छी कॉर्पोरेट गवर्नेंस और उच्च नकदी प्रवाह वाली लार्ज-कैप कंपनियों में निवेश करना चाहते हैं. आंकड़े बताते हैं कि जब बाजार में कम उतार-चढ़ाव रहा है तब निफ्टी मिडकैप 150 टीआरआई ने 18.1 फीसदी चक्रवृद्धि दर से निवेशकों को रिटर्न दिया है.
इसी तरह से बाजार में जब कम उतार-चढ़ाव रहा है तो निफ्टी स्मॉलकैप 250 टीआरआई सूचकांक ने 16.9 फीसदी सीएजीआर और निफ्टी 100 टीआरआई ने 15 फीसदी सीएजीआर की दर से रिटर्न दिया है. निफ्टी 50 टीआरआई ने भी करीब 15 फीसदी सीएजीआर की दर से रिटर्न देने में सफल रहा है.