सोना तस्करी मामले में मुख्य आरोपी कन्नड़ अभिनेत्री हर्षवर्धिनी रान्या ने आरोप लगाया कि राजस्व आसूचना निदेशालय (डीआरआई) के अधिकारियों ने उससे मारपीट की और उसे खाली व पहले से लिखे कुछ कागजों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया. रान्या ने बेंगलुरु में डीआरआई के अतिरिक्त महानिदेशक को संबोधित छह मार्च को लिखे एक पत्र में दावा किया कि उन पर झूठा मामला थोपा गया है.उन्होंने पत्र में कहा कि दुबई से लौटने पर उनके खिलाफ 14 किलोग्राम से अधिक सोना ले जाने का गलत आरोप लगाया गया था.
पीटीआई के मुताबिक, रान्या राव नाम से मशहूर हर्षवर्धिनी रान्या ने आरोप लगाया, “आपके अधिकारियों ने मुझे यह बताने की अनुमति नहीं दी कि मैं इस मामले में निर्दोष हूं.” अभिनेत्री ने दावा किया कि हिरासत में लिए जाने से लेकर अदालत में पेश किए जाने तक उसे 10 से 15 बार थप्पड़ मारे गए. उन्होंने आरोप लगाया, “बार-बार मारपीट और थप्पड़ मारे जाने के बावजूद मैंने उनके (डीआरआई अधिकारियों) द्वारा तैयार किए गए बयान पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया.”
रान्या ने यह भी आरोप लगाया कि उन्हें पहले से कुछ लिखे 50 से 60 और लगभग 40 खाली पन्नों पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया. अभिनेत्री ने दावा किया, “अधिकारियों में से एक ने मुझसे कहा कि अगर वह हस्ताक्षर नहीं करेगी तो वे मेरे पिता का नाम और पहचान उजागर कर देंगे, भले ही हम जानते हैं कि वह इसमें शामिल नहीं हैं.” रान्या पुलिस महानिदेशक रैंक के अधिकारी के. रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं. रामचंद्र राव वर्तमान में कर्नाटक राज्य पुलिस आवास और अवसंरचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत हैं.रान्या ने ‘माणिक्य’ सहित कई फिल्मों में भी अभिनय किया है.
डीआरआई ने पहले एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया था कि दुबई से आने पर तीन मार्च को केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर रान्या के पास से 12.56 करोड़ रुपये की सोने की छड़ें जब्त की गई थीं. विज्ञप्ति के मुताबिक, रान्य के आवास की तलाशी के बाद अधिकारियों ने 2.06 करोड़ रुपये मूल्य के सोने के आभूषण और 2.67 करोड़ रुपये की नकदी भी बरामद की थी.
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