स्पाइसजेट एयरलाइन ने FY24 में अपने कर्मचारियों की संख्या में बड़ी कटौती की है. रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने कुल 1,895 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. इसमें से 1,334 स्थायी और 561 अस्थायी कर्मचारी शामिल हैं. कंपनी का कहना है कि यह फैसला वित्तीय घाटे से उबरने के लिए लिया गया है.
स्पाइसजेट के कर्मचारियों की सैलरी में 9% की गिरावट देखी गई. यह FY23 में ₹8,438.71 मिलियन से घटकर FY24 में ₹7,705.44 मिलियन हो गया. हालांकि, कंपनी के चेयरमैन और एमडी अजय सिंह ने FY24 में ₹54 .करोड़ सैलरी ली, जो औसत कर्मचारी वेतन से 211 गुना अधिक है.
स्पाइसजेट की कुल इनकम में 14% की गिरावट दर्ज की गई और यह ₹84,969.69 मिलियन रही. ऑपरेशन से होने वाली इनकम में 21% की गिरावट आई और यह ₹70,499.74 मिलियन हो गई. यह बेड़े के कम उपयोग के कारण हुआ. हालांकि, प्रॉपर्टी मोनेटाइजेशन के चलते अन्य इनकम में 38% की वृद्धि हुई, जो ₹14,469.45 मिलियन हो गई.
विमान ईंधन खर्च में 37% की गिरावट हुई, जो ₹29,825.62 मिलियन रही. वहीं, कर्मचारियों के खर्च 9% घटे. हालांकि, वेट-लीजिंग के कारण किराये में 70% की वृद्धि हुई और यह ₹6,381.98 मिलियन तक पहुंच गया.
स्पाइसजेट का शुद्ध घाटा FY23 के ₹15,030.15 मिलियन से घटकर FY24 में ₹4,094.39 मिलियन हो गया. EBITDA में सुधार होकर ₹7,714.71 मिलियन हो गया. कंपनी के बेड़े का आकार FY23 में 76 विमानों से घटकर FY24 में 65 विमानों तक रह गया. वर्तमान में, स्पाइसजेट 60 विमानों का संचालन कर रही है, जिनमें से छह वेट-लीज पर है.
स्पाइसजेट ने क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) के माध्यम से 3 हजार की रकम जुटाई है और कंपनी को पिछले लेनदेन से ₹736 करोड़ मिलने की उम्मीद है. कंपनी ने एक समझौता भी किया है जिससे उसके उपर चल रही दिवालिया का केस खत्म हो गया है.
स्पाइसजेट 30 दिसंबर को अपनी वार्षिक आम बैठक (AGM) में शेयरधारकों से अधिकृत शेयर पूंजी को ₹1,500 करोड़ से बढ़ाकर ₹2,000 करोड़ करने की अनुमति मांगेगी. इसके साथ ही, अजय सिंह को फिर से डायरेक्टर नियुक्त करने और सोनम मल्होत्रा को स्वतंत्र निदेशक के रूप में नियुक्त करने के लिए वोटिंग भी होगी.
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