New Delhi Railway Station: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ मचने से 18 लोगों की मौत हो गई. लगभग 5 लाख यात्रियों की क्षमता वाले इस स्टेशन पर कुंभ में जाने के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी, जिससे लोगों के लिए पैर रखने तक की जगह नहीं बची. इस घटना के बाद रेलवे स्टेशनों की यात्री क्षमता बढ़ाने की जरूरत पर सवाल उठ रहे हैं, ताकि ऐसी दुर्घटनाओं को रोका जा सके. देश में कई रेलवे स्टेशन अपनी विशालता और यात्री संख्या के कारण खास पहचान रखते हैं. इनमें हावड़ा, सियालदह, नई दिल्ली, और छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस सबसे व्यस्त स्टेशन हैं. वहीं, गोरखपुर रेलवे स्टेशन का प्लेटफॉर्म दुनिया का सबसे लंबा रेलवे प्लेटफॉर्म है. इन स्टेशनों पर हर दिन लाखों यात्री सफर करते हैं और हजारों ट्रेनें गुजरती हैं. आइए, जानते हैं देश के टॉप 10 रेलवे स्टेशनों के बारे में.
कोलकाता स्थित हावड़ा जंक्शन भारत का सबसे बड़ा और सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन है. यहां 23 प्लेटफॉर्म और 23 ट्रैक हैं, जिससे यह प्लेटफॉर्म की संख्या के आधार पर भारत का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन बनता है. इस स्टेशन से रोजाना 10 लाख से अधिक यात्रियों सफर करते हैं और यहां से 286 ट्रेनें गुजरती हैं.
कोलकाता का सियालदह रेलवे स्टेशन पूर्वी और उत्तर-पूर्वी भारत को जोड़ने वाला एक प्रमुख स्टेशन है. यहां 21 प्लेटफॉर्म और 28 ट्रैक हैं. स्टेशन रोजाना 18 लाख यात्रियों को सेवा देता है और यहां से 78 ट्रेनें गुजरती हैं. स्टेशन दो टर्मिनलों में बंटा हुआ हैउत्तर टर्मिनल में 14 प्लेटफॉर्म और दक्षिण टर्मिनल में 7 प्लेटफॉर्म हैं.
देश की राजधानी का नई दिल्ली रेलवे स्टेशन उत्तर भारत के सबसे प्रमुख स्टेशनों में से एक है. यहां 16 प्लेटफॉर्म और 18 ट्रैक हैं. यह स्टेशन रोजाना 5 लाख यात्रियों को सेवा देता है और 342 ट्रेनें यहां से गुजरती हैं. यह दुनिया की सबसे जटिल इंटरलॉकिंग प्रणाली वाला स्टेशन भी माना जाता है.
मुंबई स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CST) एक युनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट है. यहां 18 प्लेटफॉर्म हैं, जिनमें से 11 लंबी दूरी की ट्रेनों और 7 लोकल ट्रेनों के लिए हैं. यह भारत के सबसे व्यस्त स्टेशनों में से एक है, जहां से रोजाना 30 लाख से अधिक यात्री यात्रा करते हैं और 130 ट्रेनें गुजरती हैं.
दक्षिण भारत का सबसे प्रमुख रेलवे स्टेशन चेन्नई सेंट्रल है, जो रोजाना 5.5 लाख यात्रियों को सेवा देता है. यहां 17 प्लेटफॉर्म और 30 ट्रैक हैं. स्टेशन से 200 लंबी दूरी की ट्रेनों और 257 लोकल ट्रेनों का संचालन होता है, जिससे यह दक्षिण भारत का सबसे लाभदायक और सबसे स्वच्छ रेलवे स्टेशन भी माना जाता है.