क्या बिक जाएगी JAL, अधिग्रहण की दौड़ में अडानी, वेदांता और पतंजलि समेत ये कंपनियां शामिल
JAL के मुताबिक, 11 मार्च 2025 तक कंपनी पर वित्तीय संस्थानों का कुल बकाया कर्ज 55,409.28 करोड़ रुपये था. Jaypee ग्रुप की एक और कंपनी, Jaypee इंफ्राटेक को पहले ही मुंबई की सुरक्षा ग्रुप ने दिवालिया प्रक्रिया के जरिए अधिग्रहित कर लिया है. सुरक्षा ग्रुप को अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 20,000 फ्लैट्स वाले रुके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करना है.
Real estate: अरबपति गौतम अडानी का ग्रुप, खनन कारोबारी अनिल अग्रवाल की वेदांता और योग गुरु बाबा रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद उन 26 कंपनियों में शामिल हैं जो जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड (JAL) को खरीदने में दिलचस्पी दिखा रही हैं. कंपनी द्वारा स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी के मुताबिक, JAL को खरीदने में जिन दूसरी कंपनियों ने रुचि दिखाई है, उनमें अहमदाबाद की टोरेंट ग्रुप, जिंदल पावर, डालमिया सीमेंट, GRM बिजनेस, ओबेरॉय रियल्टी और कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स लिमिटेड शामिल हैं.
फाइलिंग में बताया गया है कि जयप्रकाश एसोसिएट्स लिमिटेड कई क्षेत्रों में काम करता है. इसमें रियल एस्टेट, सीमेंट, हॉस्पिटैलिटी और इंजीनियरिंग-कंस्ट्रक्शन शामिल हैं. कंपनी ने संभावित खरीदारों (PRAs) की एक अस्थायी सूची जारी की है. यह सूची इन्सॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी बोर्ड ऑफ इंडिया के नियम 36A (10) के तहत जारी की गई है.
कंपनी ने कर्ज नहीं चुकाया
JAL को 3 जून 2024 को NCLT, इलाहाबाद बेंच के आदेश से दिवालिया प्रक्रिया में शामिल किया गया. कंपनी ने कर्ज नहीं चुकाया, इसलिए यह कार्रवाई की गई. कर्जदाताओं ने कुल 57,185 करोड़ रुपये की वसूली का दावा किया है. सबसे बड़ा दावा नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) का है. NARCL ने ये कर्ज SBI के नेतृत्व वाले बैंकों के समूह से खरीदे हैं.
जिन कंपनियों ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (EoI) यानी खरीद में रुचि दिखाने वाला प्रस्ताव दिया है, उनमें अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड, डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड, GMR बिजनेस एंड कंसल्टेंसी LLP, जेपी इंफ्राटेक, जिंदल इंडिया पावर लिमिटेड, कोटक अल्टरनेट एसेट मैनेजर्स लिमिटेड, ओबेरॉय रियल्टी लिमिटेड, पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड, टोरेंट पावर और वेदांता लिमिटेड शामिल हैं.
इन कंपनियों ने लगाई बोली
इसके अलावा जिन अन्य कंपनियों ने बोली लगाई है, उनमें एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी (इंडिया) लिमिटेड, ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड, विनरो कमर्शियल (इंडिया) लिमिटेड और परख एडवाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड का समूह, डिक्की एसेट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, इंडिया ऑपर्च्युनिटीज XII इन्वेस्टमेंट्स Pte Ltd, जेसी फ्लॉवर्स एसेट रिकंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड, जैठारी थर्मल पावर, ओरिएंटल स्ट्रक्चरल इंजीनियर्स, पश्चिम सागर प्रॉपर्टीज, पीएनसी इंफ्राटेक, रश्मि मेटालिक्स, शेरिषा टेक्नोलॉजीज, सिग्मा कॉर्पोरेशन और विनचेन इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल हैं.
JAL के पास कई बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट
JAL के पास कई बड़े रियल एस्टेट प्रोजेक्ट हैं, जैसे ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स, नोएडा में विश टाउन का हिस्सा और जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास स्थित जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी. दिल्ली-एनसीआर में कंपनी के तीन कमर्शियल/इंडस्ट्रियल ऑफिस स्पेस हैं. इसके होटल डिवीजन के पास दिल्ली-एनसीआर, मसूरी और आगरा में कुल पांच होटल प्रॉपर्टीज हैं. कंपनी के पास मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में चार सीमेंट प्लांट हैं, हालांकि ये इस समय बंद पड़े हैं. साथ ही, मध्य प्रदेश में कुछ लीज पर लिए गए लाइमस्टोन माइंस भी हैं. JAL ने अपनी कई सब्सिडियरी कंपनियों में निवेश कर रखा है, जैसे जयप्रकाश पावर वेंचर्स लिमिटेड, यमुना एक्सप्रेसवे टोलिंग लिमिटेड, जेपी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट लिमिटेड और अन्य कई कंपनियां.
कुल बकाया कर्ज 55,409.28 करोड़ रुपये
JAL के मुताबिक, 11 मार्च 2025 तक कंपनी पर वित्तीय संस्थानों का कुल बकाया कर्ज 55,409.28 करोड़ रुपये था. Jaypee ग्रुप की एक और कंपनी, Jaypee इंफ्राटेक को पहले ही मुंबई की सुरक्षा ग्रुप ने दिवालिया प्रक्रिया के जरिए अधिग्रहित कर लिया है. सुरक्षा ग्रुप को अब नोएडा और ग्रेटर नोएडा में करीब 20,000 फ्लैट्स वाले रुके हुए प्रोजेक्ट्स को पूरा करना है.
Published: April 6, 2025, 22:45 IST
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