GE Aerospace (जनरल इलेक्ट्रिक्स की कंपनी) ने मंगलवार, 11 फरवरी को घोषणा की है कि उसने भारतीय वायुसेना (IAF) के साथ पांच साल के लिए परफॉर्मेंस-बेस्ड लॉजिस्टिक्स (PBL) कॉन्ट्रेक्ट किया है. इस करार के तहत, T700-GE-701D इंजन के लिए मेंटेनेंस और सपोर्ट सेवाएं दी जाएंगी, जो AH-64E-I अपाचे हेलीकॉप्टर के बेड़े को ज्यादा पावरफुल बनाएगा.
GE एयरोस्पेस के अनुसार, इस कॉन्ट्रेक्ट के तहत कंपनी T700 इंजनों और फ्लाइट लाइन पार्ट्स के मेंटेनेंस, रिपेयर और ओवरहॉल (MRO) की जिम्मेदारी संभालेगी, ताकि भारतीय वायुसेना के लिए इंजन की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके.
न्यू यॉर्क स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड जनरल इलेक्ट्रिक कंपनी की शेयर में मामूली गिरावट देखी गई है. यह 205.22 डॉलर के आसपास बंद हुआ है. हालांकि इस शेयर का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा रहा है.
GE एयरोस्पेस के एशिया पैसिफिक डिफेंस एंड सिस्टम्स के वाइस प्रेसिडेंट और जनरल मैनेजर यंगजे किम ने कहा कि, “हम भारतीय वायुसेना के साथ इस साझेदारी को जारी रखने के लिए सम्मानित महसूस कर रहे हैं. यह करार हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है कि हम डिफेंस प्लेटफॉर्म्स के लिए विश्वसनीय और इनोवेटिव मेंटेनेंस सॉल्यूशन देने के लिए समर्पित हैं.”
उन्होंने आगे कहा, “यह समझौता GE एयरोस्पेस की उस प्राथमिकता को भी दर्शाता है, जिसके तहत हम भारतीय वायुसेना की ऑपरेशनल जरूरतों और मिशन रेडीनेस को सुनिश्चित करने के लिए T700 इंजनों को उच्चतम स्तर पर बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं.”
GE एयरोस्पेस के अनुसार, T700/CT7 इंजन फैमिली का इस्तेमाल 15 तरह के सैन्य और नागरिक हेलीकॉप्टरों और फिक्स्ड-विंग विमानों में किया जाता है. यह इंजन 50 से अधिक देशों में 130 से अधिक ग्राहकों को सर्विस दे रहा है.