Mutual Fund से कम खर्चे का सौदा है ETF, बना सकता है मोटा पैसा!
Exchange Traded Fund एक लो कॉस्ट इन्वेस्टमेंट है. इसका एक्सपेंस रेश्यो यानी फंड को मैनेज करने के लिए ली जाने वाली फीस एक्टिव म्यूचुअल फंड से कम है. कम खर्चे वाला ETF कैसे करा सकता है फायदा, वीडियो में जानें डिटेल.
मार्केट से जुड़ी स्कीम में जब आप निवेश करते हैं तो इसमें कुछ लागत आती है. यह लागत कितनी होगी, यह स्कीम की कैटेगिरी पर निर्भर करता है. एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) एक कम खर्च वाला निवेश है. ईटीएफ एक पैसिव फंड है जिसका एक्सपेंसेस रेशियो यानी फंड को मैनेज करने की सालाना फीस एक्टिव फंड की तुलना में कम होती है.
क्योंकि ये फंड्स किसी बेंचमार्क इंडेक्स को ट्रैक करते हैं इसलिए इसे मैनेज करने में फंड मैनेजर की कोई खास भूमिका नहीं रहती. पैसिव फंड होने की वजह से इसकी लागत कम होती है. एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) की वेबसाइट के मुताबिक ETF को मैनेज करने की सालाना फीस 0.20 फीसद से कम हो सकती है जबकि इसके मुकाबले कुछ एक्टिव फंड स्कीम को मैनेज करने की लागत 1% से ऊपर रहती है. उदाहरण के लिए अगर आप ईटीएफ में 100 रुपए निवेश करते हैं तो इसकी सालाना फीसद 50 पैसे होगी. इस तरह आप कम खर्च में अपने निवेश में ज्यादा एक्सपोजर ले सकते हैं.
Published: December 27, 2024, 17:21 IST
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